राहू इत्र खरीदनें के लिए लिंक पर क्लिक करें :- https://energymover.in/product/rahu-dragons-head-attar/
राहू :- पेट संबंधी समस्या, सिर दर्द होना, रिश्ते खराब होना,बिजली उपकरणों,मोबाइल/कंप्यूटर का खराब रहना , स्वयं को ले कर गलतफहमी, आर्थिक नुकसान, आपसी नुकसान, आपसी तालमेल में कमी, बात बात पर आपा खोना, वाणी का कठोर होना, वाहन दुर्घटना, अच्छे मित्र न मिलना, अशुभ घटनाएं, बुरे विचार, नींद न आना, डरावने सपने आना, सोते समय बार-बार डर जाना, शरीर में कमजोरी या फिर बहुत अधिक आलस| अगर इनमे से कोई भी लक्षण आपसे मेल खाता है तो राहू का इत्र लगाकर राहू से लाभ प्राप्त करे | राहु के शुभ प्रभाव में लोग निडरता, बहादुरी और आत्मविश्वास से भरे होते हैं | अचानक धन लाभ होता है। राहु राजनीति में तमाम उपलब्धियां दिलाता है | राहु व्यक्ति के बड़े शत्रुओं को मित्र बनाने में महत्वपूर्ण रूप से मदत रहता है | बड़ी सोच बनाने वाला ग्रह है| अंक ज्योतिष में राहू का अंक 4 है | जिसको बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है | दुनियाभर में बड़े कामो से जाने वाले राहू शुभ वाले लोग ही होते है |
राहु मंत्र- ‘ॐ भ्रां भ्रीं भ्रों सः राहवे नमः’।
राहु का एक अक्षर मंत्र- ‘ॐ रां राहुवे नमः’।
कोई भी देवता या ग्रह आपके लिए शुभ हो, अशुभ हो यानि मारकेश या बाधकेश हो तो उसके उपाए के रूप में उस ग्रह या देवता को नमन किया जाता है , उसके मंत्रो का उच्चारण किया जाता है , उसकी शांति या शुभ फल के लिए पूजन किया जाता है। पूजा की विधि कैसी भी हो उसमे फूलों और सुगंधिओं का ख़ास महत्व होता है। इस कारण से ही हमारे द्वारा सभी ग्रहो के इत्र विधि से बनाये गए है। जिसमे उस ग्रह या देवता के प्रिय फूलों की सुगंध एवं उसके मित्र ग्रहों या देवताओं के प्रिय सुगंधों का मिश्रण बनाया गया है। इसको इस्तेमाल करने से उस देवता या ग्रह का सन्मान होता है और उसके शुभ फल प्रपात होते है।
- आज के समय में बहुत से लोग इन बातों को केवल बहम मात्र बताते है लेकिन यह उनका निजी चुनाब है और हम उनका सन्मान करते है | जहाँ बताई विधिया और कहानियाँ पुरातन ग्रंथो और साधू संतो अदि से ही हम तक पहुचती है और इनमे विशवास करना मेरा निजी मत है | इस विधिओ के प्रयोग से पहले आप अपने गुरु से आज्ञा लेकर शुरू करे | *